वा बैठी ही डिब्बै री बा’री खनै

अर म्हैं आयौ हौ एक मिन्तर नै

बिदाई देवण सारू

अळगाव रा

पन्दरा साल अर टेसण माथै अैड़ौ मेळ!

धूजता सुर में वा पूछ्यौ: राजी-खुसी हौ?

म्हैं उथळौ देवूं वीं सूं पैलां गाडी व्हीर व्हैगी।

स्रोत
  • पोथी : पगफेरौ ,
  • सिरजक : मणि मधुकर ,
  • प्रकाशक : अकथ प्रकासण, जयपुर ,
  • संस्करण : प्रथम संस्करण
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