घर-घर में फरुखै धजा
धरम री नीं
वास्तुसास्तर री!
टोटका बतावै
सुखी जीवण रा
नित नवा जोतसी!
तो इज कोठ्यां स्है'र री
सांस नीं लेवै...
सराप दियोड़ो-सो जमारो
जाणै बुत होयग्यो।