रचना शेखावत
नवी भावभौम री चावी कवयित्री। असमै मिरतु।
नवी भावभौम री चावी कवयित्री। असमै मिरतु।
आओ बेटी बचावां
अंधारै रो बीज बणूं कीकर
अंतस दीठ
बडेरा
बैराग
भूखी
दीवो : तीन चितराम
गुवाळिया
हळकाई
जिंदगाणी
कांच री आस्था
किलोळ
मा निषाद
माटी
मोल-भाव
नदी री पाळ
नांव
ओळखाण
पड़दो
पड़ूत्तर
पान झरै तो झरो
फूठरापो गांव रौ
प्रेम रा मोती
प्यारा बापूजी
राज
सांचो हेज
साफ-सुथरो घर
सराप
सूरज साम्ही रैईजै
तार-तार सपना
तीजो तार
तिरस
तू हिमाळै सो ऊंचो
ऊजळी रात
विद्यालय