बडो निरमळ है

-कमळ है

स्यांत झील रो, तिरै हंसा री चाल

सबद सांवरो है, नित रा करै कमाल

सरणा हूज्या रे मना !

- काळ करै सवाल

सुरता नैं साधलै

सबद साचो

-अमल है

-कमल है।

स्रोत
  • पोथी : कारो ,
  • सिरजक : प्रमोद कुमार शर्मा ,
  • प्रकाशक : ज्योति पब्लिकेशन्स, बीकानेर ,
  • संस्करण : प्रथम संस्करण
जुड़्योड़ा विसै