मायड़ रै कंवळा हाथां सूं

सिणगारियोड़ा टाबर

आवै स्कूल कानीं...

च्यारूंमेर सूं

बगती आवै

नद्यां सागर सामीं

सांवळी...

सागै लेय’र आवै है

सोनै बरणी धूळ!

कित्तो रूप रो पाणी

रळमिल’र हू जावै अेकमेक

परस जावै-‘पताळ अर अकास दोन्यूं’

इज है विद्यालय।

स्रोत
  • पोथी : अंतस दीठ ,
  • सिरजक : रचना शेखावत ,
  • प्रकाशक : बोधि प्रकाशन,जयपुर ,
  • संस्करण : प्रथम
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