रात भर रोई

सोई कोनी मां

कान फाड़ता रैया

बाप रा अखरायोड़ा बोल

फेरूं बोळी कोनी व्ही मांय

मन करड़ौ करियां

कांई कारी लागै मां?

काळजौ कंकौ है थारौ

पण कोनी जाम सकी थारी कूख

सुध लेवणियो सुत।

थारै बेटां माथै

हाथ धर'र बोल मां!

छोटोड़ौ

बड़ोड़ौ के

बिचेटियौ बेटौ,

कदैई पूछियौ हो थनैं-

'कीकर है मां? '

स्रोत
  • पोथी : मायड़ ,
  • सिरजक : मीनाक्षी बोराणा ,
  • संपादक : शंकरसिंह राजपुरोहित
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