अेक सेठ

दुकान में बैठौ

गिणै रिपिया

अर हिसाब लगावै

दिन भर री कमाई रौ

अेक निरभागण

रसोई में बैठी

गिणै पोयोड़ी रोटियां

फेरै

आटै रै खाली पीपै में हाथ

अर हिसाब लगावै

कड़ूंबै री भूख रौ।

स्रोत
  • पोथी : झळ ,
  • सिरजक : पारस अरोड़ा
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