थूं कैयो- राम
उण कैयो- रहीम
गया परा दोनूं
पीठ फोर'र आप-आपरै घरां।
अबै काल नै होय जावै
कोई लांठी वारदात
तो इचरज ना कर्या
क्यूंकै आपणै बिचाळै
जलमगी है
अेक नवी बात।