थारो

उणियारो नित जोवूं

नित गावूं

गीत

के करूं?

मैं निरबस हूं

पाळ्याँ-ई सरै

प्रीत!

आद-जुगाँ री

इबछळ-रीत!

स्रोत
  • पोथी : कूख-पड़यै री पीड़ ,
  • सिरजक : किशोर कल्पनाकान्त ,
  • प्रकाशक : कल्पना लोक प्रकाशन
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