पिता परिवार रौ वौ ढांकण

अर मजबूत खंबौ हुवै

जिण रै वट विरछ री छांव में

पळण आळी संतान बड़भागी व्है

आपरै परिवार रै पाळण पोसण सारू

ऄक पिता रात दिन एक कर दैवै

खूद भूखा तिरसां रैय नै

आपरी ओलाद री हर मनसा पूरी करै

पिता रै त्यांग रौ बळिदान संसार रौ

कोई बेटों नी चुकाय सकै

भलै वौ समूचे भू मण्डल रौ

स्वामी क्यूं नी व्है

पिता री होड़ दूनिया रौ

कोई सगस नी कर सकै है

एक बाप इज व्है जकौ

आपरै टाबरां नै अंगस में राखै

अर सदीव साच रै मारग माथै

चालणै रौ पाठ पढ़ावै

पिता इज आपरी संतान नै

अच्छा संस्कार दैय सकै

पिता रै नक्से कदम माथै

चालण आळी संतान जीवण में

हमेसा‌ परगति इज करै

बाबोसा खूद अनुसासन में रैवे

अर आपरी ओलाद नै मान मरजादां में

रैवण री सीख बगसै

घर परिवार अर टाबरां री

हर जरूरत नै पूरी करण सारू

हाड तोड़ मैणतं करता रैवै

भलै एक पिता नै आपरै

परिवार अर गिरस्थी चलावणै

सारु किती मुसकिलां सूं

गुजरणौ पडै

पण

एक बाप आपरै दुख दरद री

बाफ तांई टाबरां रै आगै नी काढ़ै

हर दुख तकलीफ नै सहजता सूं

सहन कर जावै

आपरी संतान अर गिरस्थी री

हर छोटी मोटी जिम्मेवारी आपरै

खूद रै खंवै लैय लैवै

कैयी जागा दैखियौ जावै

जद बेटों बाप रै बराबर हुय जावै

तौ।

उण रा पुराणां गाबा जूता या चपलां तांई

पेर नै काम चलाय लैवै

पण

आपरै खूद सारु कदैयी

नवी चीजा नी खरीद नै परौटे

आजकल आथुणै बायरै री

होड़ में टाबर

मुंगी गाडियां, फोन अर कंपनी मेड़ गाबा

आद री फरमाईसां करै

पण बाप री खिंमता नी हौवतां हांतर

उवां री जिद पूरी करै

बाप खूद आपरै जीवण में

जकी चीजा नी दैखी नी ली हौवै

पण

आपरी संतान नै लाय दैवण री चावना राखै

हर पल टाबरां नै पढ़णै री हिदायत दैवता रैवै

मूंगी सूं मूंगी स्कूलां में दाखलां करावै

अर पढ़णै सारु भैजै भलै खूद

सरकारी स्कूल में पढियां भणियां हौवै

ताकि

उण बाप री संतान पढ़ लिख पगां माथै

ऊभी हौय सकै

अर आपरै जीवण में किणी तरै री

अबखायां सूं नी जूझै

कैयी बाप तौ किसान या साव अणपढ़ व्है

पण आपरी संतान सूं खेती बाड़ी

अर कमठै रौ काज नी करावै

मनसा राखै उण री संतान पढ़ लिख

अच्छी नौकरी करै

सुबै सगळां सूं पैला उठ नै

नहाय धोय आपरै काम माथै जावै

अर सांझ रा जद घरै आवै

तौ

कीं ना कीं टाबरां सारु लैय नै आवै

बाप उपर सूं सगत भलै दिखै

पण‌ एक बाप रौ काळजौ

आपरी ओलाद वास्तै

सदीव नरम इज रैवै

बेटियां सारू तौ एक बाप

आपरा परांण तांई दैवण नै तैयार रैवै

धीवडियां बाप रै घणी करीब हुवै

पिता तौ महज पिता इज हौवै है

समझो सगळा पिता रौ मोल

नीरमल कर जोड़ अरज करै

जिण टाबरां रै माथे सूं

पिता रौ सायों उठ जावै

घणा भूंड़ा हाल व्है

उण संतान रा

इण रौ बखांण कोई

सबदां माय नी कर सकै है

सलामत रैवै सदा पिता अर उणा रौ साथ

हर ओलाद रै साथै।

स्रोत
  • सिरजक : निर्मला राठौड़ ,
  • प्रकाशक : कवि रै हाथां चुणियोड़ी
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