इण सदी री कवयित्री। 'दीठ दरसाव' नांव सूं कविता संग्रै प्रकाशित।
दुहागण रौ दरद
मां री मैमा
मीठी मायड़ भासा
नेह रौ दिवलौ
पिता
सीखड़ली री वेळा