म्हैं कोई रमेकड़ौ नीं चाबीवाळौ

जिकौ नीं जांणतौ व्है मरजाद

म्हैं जीतौ-जागतौ मिनख छूं

जिकौ नीं फगत

बणाय सकै मन बिलमावण रा साधन

बणाय सकै

नाचता-कूदता, हिलता-हांसता मिनखां रा रमेकड़ा

पण जद पूछूं

आपरी आतमा सूं

के म्हैं कांई छूं

म्हनैं कोई पडूत्तर नीं मिळै।

स्रोत
  • पोथी : तीजौ अयन ,
  • सिरजक : चन्द्रप्रकाश देवल ,
  • प्रकाशक : सूर्य प्रकाशन मंदिर, बीकानेर ,
  • संस्करण : प्रथम
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