मांडणा…

मांडती ही

दादी अर मां

पड़वै री भींतां

बारणै रै बारै

चौघट रै चौफेर

आंगणै रै बिच्चै

अर गवाड़ में

मांडणो सुगना रो प्रतीक

सुभकाज री सरूआत

मांडीजै किणी

मांगळिक औसर

धवळै अर गेरुंवै रंग

दादी अर मां

नीपती ही गवाड़ी

पड़वै री भींता

पीळी अर गारै

भीजोय जळ में

धोळी अर गेरू

करती आलोजणो

कैड़ो मांड्यो जावै

मांडणो…

लेय नैं दो नाम

धोळी अर गेरू

न्यारा-न्यारा

थाम नैं लीरो

सूती कपड़ै रो

अनांमा आंगळी रै पेरूंवै

मांडती ही मांडणा

कर-कर वाल्हा कोड

हिलमिल हथायां

गावतां गीत

दादी अर मां

मांडती ही मोद सूं

चांद अर सूरज

सुभ अर लाभ

ईष्ट रा पगलिया

साखियां रै सागै

मन रंग मांडणा।

स्रोत
  • पोथी : भींत भरोसै री ,
  • सिरजक : सत्येंद्र चारण ,
  • प्रकाशक : वेरा प्रकाशन, जयपुर ,
  • संस्करण : प्रथम
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