मिनख रो पतो, मिनख नी होवे

होवे घर, ज्यां मांय रहवै

अर् घर रो पतो, मुहल्लो

ज्यां मायं घर होवे

मुहल्ला रो पतो गांव या सेर हुवे,

ज्यां मायं मुहल्ला बंट्योड़ा रहवे

गांव-सेर रो पतो व्यां री तैसील

तैसील रो पतो जिलो

जिला रो पतो राज्य

राज्य रो पतो देश

देश रो पतो महादीप

महादीप रो पतो या पिरथी

पिरथी रो पतो यो सौर-मंडळ

अर् सौर-मंडळ रो पतो यो आकास

आकास?

आप जाणो हो ईं रो पतो

कोयां ने ही’ज कोनी

जद बापड़ा मिनख रो सांचो पतो

आपी’ज बताओ कांई हो सके?

स्रोत
  • पोथी : अणकही ,
  • सिरजक : कैलाश मण्डेला ,
  • प्रकाशक : यतीन्द्र साहित्य सदन (भीलवाड़ा) ,
  • संस्करण : प्रथम संस्करण
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