हळदी-घाटी री रेत

अजै राती है

मानखौ फेरूं भी

बणावै नित नूंवा

हथियार

पण,

अबकाळै राती रेत

देखसी कुण?

स्रोत
  • पोथी : आंगणै सूं आभौ ,
  • सिरजक : मोनिका कौशल ,
  • संपादक : शारदा कृष्ण ,
  • प्रकाशक : उषा पब्लिशिंग हाउस ,
  • संस्करण : प्रथम
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