करै थूक बिलोवणो जाड़ा भींच-भींच'र

कसता मूठी हवा में गुंजावै समता रा नारा

जाणै अबकाळे समाजवाद नैं गुद्दी झाल'र ले आसी

मेजा थपकावता

मोटा-मोटा सबदां में दलीलां चबावता

हाकै रा भतूळिया उडावता

छेकड़लै गरीब तांई पूगा देवै न्याय

उणरो हक लाल भभूका मूंडा सूं

क्रांति रो रंग पण लजावै

हर हाथ नैं काम

मूंडै नैं रोटी पूगावणिया

गुड़क जावै आखरी पैग साथै

आपरी ही उल्टी में भस्योड़ा क्रांतिवीर।

स्रोत
  • पोथी : अंधारै री उधारी अर रीसाणो चांद ,
  • सिरजक : मोनिका गौड़ ,
  • प्रकाशक : विकास प्रकाशन
जुड़्योड़ा विसै