जीती ग्या गढ़ लंका होकमजी,
जनता रांक ने रंका होकमजी।
हांची-झूटी फाकम-फाकी,
डूंगी वजाडी डंका होकमजी।
लाचारी मंय गजवू कापें,
हमाम मंय सब नंगा होकमजी।
ऑक्सीज़न सिलिंडर हारू,
रझड्या हैं रणबंका होकमजी।
जुम्मेवारी खो-खो खेले,
कैवा-कैवा अडंगा होकमजी।
जिब्बा मंय, न्हें मरवा मंय,
लाजी मर्या तिरंगा होकमजी।
चारीमेरे अगन भभूकै,
बैठा मस्त मलंगा होकमजी।
दूर दीवे अजवारु देखाडी,
खेल्या दाव कढंगा होकमजी।