घर-खेत

अर ढांढा नै

संभाळती लुगायां

चौबीस घंटा

रैवै ढाण

पण

छोटा-मोटा

घर रा सगळा

काढता रैवै काण।

स्रोत
  • पोथी : थार सप्तक 5 ,
  • सिरजक : ऋतुप्रिया ,
  • संपादक : ओम पुरोहित ‘कागद’ ,
  • प्रकाशक : बोधि प्रकाशन, जयपुर ,
  • संस्करण : प्रथम
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