सीट मिलेगी प्लीज।

बस मांय

गांगवाळी प्राइमरी स्कूल री

मेडम रा मीठा बोल सुण

थे हुयग्या बावळा,

छोड़ दीवी सीट

परायी अमानत ज्यूं-

म्हैं भोत राजी हुयो

अबार जद, बीमार डेणियो

घणा काढया निवौरा

रौंवतो रैयो, सीट खातर

खल्लू-खल्लू करतो

पण थे सिरक्या कोनी आंगळ ही

जद साचै ही, म्हैं जाणग्यो

मायना थारै त्याग रा।

स्रोत
  • पोथी : राजस्थली ,
  • सिरजक : मदनगोपाल लढ़ा ,
  • संपादक : श्याम महर्षि ,
  • प्रकाशक : राजस्थानी साहित्य संस्कृति पीठ (राष्ट्रभाषा हिन्दी प्रचार समिति)
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