लुढक सिखर सूं,

जांणै कोई

फेर चढ़ण नै

पाछौ खपै, राह नहीं पावै।

लखतो रैवै

खुद रै लख नै,

आघौ,

ऊपर,

ऊपर…ऊपर…

दूर सिखर पर

मगन गगन में,

पण नहीं पावै,

खपतौ रैवै।

पर्वत री ऊंची चोटी पर

अटक रैय ग्यौ

जांणै

उणरो अपणों कोई।

तेड़ै उणनै,

अपणै पासै आवण सारू

पाछौ मिळ जावण सारू

हेला दे अर करै इसारा,

आ...जा! आ...जा!!

वो अपणो

पळ-पळ पळ-पळ

उणनै लागै।

वौ दौड़ै भर हियै हौसलो,

खाथौ-खाथौ, सरपट-सरपट।

नैड़ो पण नहीं पूग सकै

सौ जतन करै पण,

खुद वौ तौ।

ढूंढ-ढूंढ पथ

चक्कर खावै,

आंख्यां फाड़ै,

डौळा तांणै,

मारग हेरै,

पण नहीं पावै थाह

राह री।

गोता खावै

अपणै उण तक

हरगिज-हरगिज

पूग पावै।

खपतौ रैवै, खपतौ रैवै, खपतौ रैवै।

मारग

अपणो पा रुदियोड़ो

जांणै कोई,

मूंस हियै नै,

आहळ ग्यो व्है,

थक-हार नै बैठ गयौ व्है।

पण

आसा री रेख पतळकी,

नित्त निरंतर

कोस रैयी व्है,

तेड़ रैयी व्है,

उणनै

मैणा बोल रैयी व्है।

इणसूं

छांनौ रैह नहीं पावै,

बैठ नहीं पावै बोलो-बोलो

फेरूं-फेरूं जतन करै

वो खपतौ रैवै

हार नहीं मानै

दौड़्यौ जावै, दौड़्यौ जावै।

दौड़-दौड़ नै

नित्त अनवरत

हेर्‌यो जावै,

फिर-फिर लावै

थाह राह री

कीड़ी ज्यूं बण कर्मठ प्राणी।

बस

यूं

भांणू रा भाती

सूरज रा सै अंस

वंस सूं बिछुड़्या साथी।

अेक-अेक कर

भटक्या पथ सूं,

बिछड़्या सब सूं,

रैया अेकला

फकत अेकला।

ताक रैया था

दूर-दूर सूं

आप-बाप नै,

पण

कोसीसां कर अथक अलेखूं,

पूग पाता हा खुद उण तक,

पथ बिसर्‌यो हौ।

पथ

बिसर्‌यो हौ,

भटक्यौ तन हौ,

पण चेतौ हौ,

बाप, भांण में अटक्यौ मन हौ।

बांध्यौड़ा सा

प्रेम डोर सूं,

राह देखता

ओर छोर सूं,

चक्कर खाता

फिरता-घिरता,

भम-भम भमता

गोळ-गोळ च्यारूं दिसि में।

यूं मारग रो छेह हेरता,

पण नहीं हेर सकै हा कोई,

तौ

श्रमरत हौ हर कोई।

विरह

वेदणा

प्रबळ हियै में,

ज्वाळा ज्यूं

जळती ही तन में,

पण

पीड़ा ने थांम

विवस व्है,

खोज रया हा,

ध्यान मगन व्है।

आसा रो ले दियो अनूठौ

हेर रैया हा खूंटो खूंटो।

स्यात्

अचांणचक,

कदे-कदाचित,

फेर, हेर ल्यां पंथ

सपट मारग पा जांवां।

जाय

जळमदाता सूं अपणै

मिळां,

आपणों

भारी वीखो

विरह मिटावां।

सुख री,

दुख री

सुणां-सुणावां…।

भळै,

इणी आसा में

निस दिन

घूमण लागा, घूमण लागा,

गोल-गोळ सा

बण घणचक्कर।

स्रोत
  • पोथी : पिरथी पुत्र ,
  • सिरजक : ओमप्रकाश गर्ग ‘मधुप’ ,
  • प्रकाशक : बाबाजी प्रिन्टर्स ,
  • संस्करण : प्रथम संस्करण
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