भूख री

कियां ओळखांण देवूं थांनै

अेक काळी

धा-काळी

विकराळ डील

उण डील माथै

नीं आंखियां

नीं कांन

अंगेई सोचै कोनी

तीन सांचां मांय ढळियोड़ौ

उणरौ डील

विडरूप खुरदरा मोटा हाथ

वे

नित हाजरी भरै

उण हाजरी भरै

उण फाटौड़ा मूंडा री

तीजौ खोजौ मूंडा री

तीजौ खोजौ निकळियोड़ौ

बोरा जैड़ौ पेट

जठै-कठै कीं गिटीयौ

वो इणरौ अंस व्हैगौ

कित्तौ मरियौ मांनखौ भूख सूं

पण

भूख मरै कठै है

चिबळ-चिबळ गावै है रोटी रौ गीत

नै,

चांद इणनै

रोटी जैड़ौ लखावै

इण रौ खुरदारौ हाथ

हाल चांद तांई पूगौ कोनी

नीं तौ कदैई

चांद चांदणी समेत

इणरा अंधारा पेट रा

खुंणा मांय व्हैतो

किणी मांय व्हैतो

किणी गिंडकड़ी रै पेट पळै भूख

अठी नुंवौ गरभ छुटापौ पावै

वा सीधी पेट में जावै

अपां-ई पाळां

भूख पेट मांय

पण

फळै-फूलै

अपां रै दिमाग में है

कदैई बूढी नीं व्हैला

अपां री भूख

अेक दिन

इणरौ खुररदारौ मोटौ हाथ

चांद तांई पू’ग जावैला

नै

चांद नै गिट्ट जावैला।

स्रोत
  • पोथी : सगत ,
  • सिरजक : शंभुदान मेहडू ,
  • संपादक : धनंजया अमरावत ,
  • प्रकाशक : रॉयल पब्लिकेशन ,
  • संस्करण : प्रथम
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