शंभुदान मेहडू 1938-1998 jodhpur प्रगतिशील चेतना रा चावा कवि। 'सगत' अर 'डीगरां-डीगरां' नांव सूं दो पोथियाँ छपियोड़ी।
आंधौजुग अरदास भतूळियौ भूख भूख री ओळखाण बीमारी बुढ़ळियौ सूरज डीगरां-डीगरां जीवण रै खिलाफ : लोही रौ हाथ कूड़ रौ आकार कुदरत रौ मिनख नसो नुंवौ जलम पसवाड़ौ रातौ रंग रुखाली सगत सुपनां सूरज थांरी दीठ