हाथां जड़ियोड़ी

गरीबी री बेड़ियां

पगां पैरियोड़ी

मंगताई री पगरखी

माथै ऊंचियौड़ो

भूख रौ कूंडो

राम सूं छांनै जीवणियौ

म्हारै मूलक रौ

मोट्यार

करै जोर जोर सूं हाका

जका सरकारी भासा में

बगावत बाजैI

वो आज पलटै

जूंना पांना इतियास रा

गांधी अर नेहरू नै

रटतौ रटतौ

होयगियौ चितबंगौ, अधगैलौ

भूलगियौ आपरी पीढियां नै,

देवै हेला

तैमूर अर हिटलर नै

पूजै आज

माओ अर लेनिन नै,

काईं करै?

कद तांई लड़ै?

भूख सूं

आपरै पेट सूंI

वो अज तांई देखतौ आयौ

कै जद जद

उणरा साईणां

मांगी रोटी

मिळी गोळी

आखी उमर रै सांरूI

अलेखूं मीठा अर भोळा

सपना सजावण वाळी

उणरी आंखियां ,

है आज सूनी

जांणै

लाठी चार्ज होयां पछै सड़कI

टपकै है उणसूं

ताजौ रगत

डूबगियौ जिण में राज

अर कळीजगियौ है

आखौ देसI

मत रोक

मांगण दै उणनै आपरौ हक

ब्याज समेत,

भिड़ण दै साम्ही छाती ,

करण दै हिसाब

आपरी पीढियां रौI

खेत खड़ण सारुं दिया हा

हाथां कर

पट्टौ कोनी झिलायौ हौI

किण किण नै रोकैला

किण किण री जबानां

जड़ैला ताळा,

आज अेकलौ आयौ है

कालै

गिणती लाखां तांई पूगैला I

कीड़ी नै मिटाय सकै

कीड़ी नगरौ नीं मिटैला,

कितरी चिड़ियां छोड

अै नीं चुगीजैला

रेत रौ

एक एक कण

आं रौ हैI

स्रोत
  • पोथी : आप कठी कांनी हौ ,
  • सिरजक : अर्जुनदेव चारण ,
  • प्रकाशक : रस्मत जोधपुर ,
  • संस्करण : pratham
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