जीवण

जियां

मोबाइल रो सैट

अर

'सिम' इणरी आतमा

सांसां सूं रिचार्ज

हुवै काया।।

मोबाइल सैट-सी बणी

इण मिनखाजूण सूं

मिनखपणै री 'रिंगटोन'

गायब हुयगी

अबै

जीवण रो मोबाइल

खाली सांसां रो

खोळियो हुय'र

बिना चेतना रै पाण

'वायबरेशन' रै माथै इज

पड़्यो है।

स्रोत
  • पोथी : मंडाण ,
  • सिरजक : घनश्याम नाथ कच्छावा ,
  • संपादक : नीरज दइया ,
  • प्रकाशक : राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी ,
  • संस्करण : Prtham
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