सुणो भगवान
म्हूं न जाबो चाऊं थांरी धरती पै
म्हनै न चाईजै अस्यां माई-बाप
जै फांक दे अणचाई चीज समझ'र
कूड़ा-करकट मं
सुणो भगवान..!
म्हूं न जाबो चाऊं थांरी धरती पै
म्हनै न चाईजै अस्यां भाई
जै जैळ मं कटा दे जमारो
कंस कै नांईं
सुणो भगवान..!
म्हूं न जाबो चाऊं थांरी धरती पै
म्हनै न चाईजै अस्यां पति
जो ले आवै पराई नार हर'र
रावण कै नांईं
सुणो भगवान
म्हूं न जाबो चाऊं थांरी धरती पै
म्हनै न चाईजै अस्यां प्रेमी
जो सारा जग मं प्रेम को ढिढोंरो पिटै
अर भाग जावै कान्हा की नांईं
म्हूं न जाबो चाऊं थांरी धरती पै
बताओ कांईं लेखा जनम ल्यूं
ईं थांकी पापी धरती पै
बाळक-बडी,छोटी-मोटी,
काली-गेल्ही,लूली-लंगड़ी
आंधी-धूंधी काळी-गौरी,
म्हूं न जाबो चाऊं थांरी धरती पै
तार-तार करदे इज्जत
चीरफाड़ दे छै तन-मन
कोई ने बी तो न छोडै
थांरो बणायो आदमी
धाप गी भगवान
म्हनै बखस द्यो
म्हूं न जाबो चाऊं थांरी धरती पै।