आस्टरलिज व्हौ अर भलांईं वाटरलू

ल्हासां रौ ऊंचै सूं ऊंचौ ढिग व्हौ—

गाड देवौ, अर म्हनै करण दो म्हारो काम

म्हैं घास हूं म्हैं सगळा नै ढक ल्यूं ली

अर जुद्ध रौ मैदान भलां छोटौ व्हौ अर भलां मोटौ

जुद्ध भलां नुवौ व्हौ भलां बोदौ

ढिग ऊंचै सूं ऊंचौ व्हौ बस म्हनै बस थोड़ौ मोकौ मिळै

दो बरस, दस बरस—अर पछै उठीनै सूं

निसरण आळी बस रा गांवतरी

पूछैला कुणसी ठौड़ है?

आपां कठीनै सूं व्हेय'र निसरां हां

घास रौ मैदान कैड़ौ है?

म्हैं घास हूं

सगळां नै ढक ल्यूं ली।

स्रोत
  • पोथी : परंपरा ,
  • सिरजक : कार्ल सैंडबर्ग ,
  • संपादक : नारायण सिंह भाटी ,
  • प्रकाशक : राजस्थांनी सोध संस्थान चौपासणी
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