पैलां सूं

लकदक है बा

मन रै

सै सूं मनहर

भावपुसब प्रेम सूं

मन मांय सजायोड़ी

प्रेम नै

बा पसर्‌योडी रैवै

परकत रै

रूं-रूं मांय

पंछी-जिनावर

तिणकलो- रूंख

भाकर- नदी

धरती-आभो

चांद-तारा

अर मिनख

सै आवै बीं रै

अणसींव प्रेम री

सींव मांय

फेर जद

हुमकण लागै

हियो अणथाग

मुळकण लागै

डील रो रूं-रूं

बा धार देवै

पुसबां रो सिणगार

लागै उण बगत

जाणै सज्योड़ो है

एक पुसब

दूजै पुसबां सूं

होळै-होळै मुळकतो

'लुगाई'

खुद भी तो

बिधाता रो रच्योड़ो

सै सूं सुन्दर पुसब है।

स्रोत
  • पोथी : कंवळी कूंपळ प्रीत री ,
  • सिरजक : रेणुका व्यास 'नीलम' ,
  • प्रकाशक : बोधि प्रकाशन
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