किसी खसबू

किसी बदबू

कोनी जाणै पवन !

किस्यो ईंधण

किस्यो चन्नण

कोनी जाणै अगन !

किस्यो अंधेरो

किस्यो उजास

कोनी जाणै गगन !

सिसटी अभेद

करै मिनख भेद !

स्रोत
  • पोथी : जागती जोत काव्यांक, अंक - 4 जुलाई 1998 ,
  • सिरजक : कन्हैयालाल सेठिया ,
  • संपादक : भगवतीलाल व्यास ,
  • प्रकाशक : राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी
जुड़्योड़ा विसै