सूरज उगणै रै साथै ई माँ
बिलो'र बिलोवणो
संवारै छा
बणावै है जद
चूंटियो
तो बीं बगत ईंया लागै
जाणै–
माँ री हथेळी पर
नाचती हुवे
कुंवारी छोरी रै ज्यूं धरती।