आपरै दुख नै

कोई याद नीं राखै मा...

वो नीं

जकौ

घड़ै थनै।

स्रोत
  • पोथी : घर तौ एक नाम है भरोसै रौ ,
  • सिरजक : अर्जुनदेव चारण ,
  • प्रकाशक : रम्मत प्रकाशन, जोधपुर ,
  • संस्करण : प्रथम
जुड़्योड़ा विसै