सत्ता पर बैठ्या लोग जद,
सेज पर सोय जावै —
काळ पड़ जावै।
घर-गिरस्थी वाळा जद,
चौपड़ बिछावै —
बाढ़ आ जावै।
जागरण रा जोगी जद,
भांड व्है जावै —
जस मर जावै।
धरम तप री धूणी जद,
कैद व्है जावै —
तेज बळ जावै।
लुगायां नै लोग जद,
दांव पर लगावै —
धरती धंस जावै।