कित्तो सांतरो मेळ है

रूंख अर चिड़कली रो

अेक धरा नै संवारै

अर दूजो कुळ नै

भळै ई?

स्रोत
  • पोथी : कवि रै हाथां चुणियोड़ी ,
  • सिरजक : देवीलाल महिया ,
  • प्रकाशक : कवि रै हाथां चुणियोड़ी
जुड़्योड़ा विसै