मा चुप हो ज्यावै

जद देखै असर

बातां में म्हारै बाप रो

सनमान है

कै डर है

म्हैं आज ताणी

समझ नीं सक्यो...।

स्रोत
  • पोथी : थार सप्तक 7 ,
  • सिरजक : मनमीत सोनी ,
  • संपादक : ओम पुरोहित ‘कागद’
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