म्हारो जीवण रंग चितेरा

रंग म्हारो जीवण!

दिन-रातां री कूंची चालै

कितरा-कितरा रंग रुखाळै

भट् काळै सूं

चट्ट लाल तक

थें रंगियो कण-कण!

म्हारो जीवण रंग, चितेरा!

रंग म्हारो जीवण!

कदैई रंगै उषा री लाली

रंग दै कदै अमावस काळी

कदैई चांनणीं

बरखावै इमरत,

सोनौ फागण!

म्हारो जीवण रंग, चितेरा!

रंग म्हारो जीवण!

थारो रंग जगत में राजै

सात रंगां सूं आभो साजै

नित्त प्रीत रो

रंग अनोखो

बरसावो मोवण!

म्हारो जीवण रंग, चितेरा

रंग म्हारो जीवण!

कदै मिळावै, कदै सतावै

कदै रोवावै, कदै हसावै

सात सुरां सूं

सजियो मीठो

रोवण-गावण!

म्हारो जीवण रंग चितेरा!

रंग म्हारो जीवण!

दीसै कदै, कदै छिप जावै

कदै रिझावै, कदै खिजावै

थारी रीझ-खीज

सै मीठी

सै सोहन-पावन!

म्हारो जीवण रंग चितेरा

रंग म्हारो जीवण!

स्रोत
  • पोथी : सगळां री पीड़ा-मेघ ,
  • सिरजक : नैनमल जैन ,
  • प्रकाशक : कला प्रकासण, जालोर ,
  • संस्करण : प्रथम संस्करण
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