मैं चिड़कली

थारा आंगणां री

मा

उड़ जास्यूं

थोड़ा दिनां सूं

तै है

पछै 'ई

क्यूं मारै थूं

म्हनै पेट में 'ई।

स्रोत
  • पोथी : थार सप्तक (दूजो सप्तक) ,
  • सिरजक : राजेन्द्र सिंह चारण ,
  • संपादक : ओम पुरोहित ‘कागद’ ,
  • प्रकाशक : बोधि प्रकाशन
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