म्हारा सगळा हाशिया में
छोड्या मैं जकां नै
फूटरापै नै बिचारतो थको-
वासो थारो!
सबद रै आगै रो ‘स’
अेक नानी मात्रा
छेकड़ ताल रो अेक बोल—
थारो नांव!