आंसुवां री सिमरणी आतम भूख अेकज आस अग्नि छेकड़ ताल रो अेक बोल हस्ती रै परबार मैं नी दीन्यो उपहार में सबद-कोश म्हारी नींदां सूती थूं म्हारी सूं सवाई सांवठी मिरतूमुख: मां रै सिरांथै सूं नगर रै नासां पूग्या प्राण पाक्यां पैली म्हारी नींद पृथ्वी सवार सुख सागर री लकड़ी उबारै उण याद रै ऊंडै आभै गूंजती