टवळ्यां खावतौ

हालतौ-हालतौ मारग

जद कद ध्रोब रा पातळा पानां माथै पूगै

धूजण लागे

मारग अर घ्रोब

अेक दूजा माथै मंडण री

आफळ करता

आम्हीं-सांम्ही बदळे आपरी जूण

कदैई विणसै

घ्रोब

कदैई मारग

पण

जद तांणी

इण आवगी प्रथमी माथै

रेवैला बच्योड़ी कठैई

कोई चिड़कली

वा हरमेस धोब री साख भरैला

अर प्रथमी

मारग री

चिड़कली अर पहुमी

अै दोनू नीं मरै कदैई

अैकणसागै

स्रोत
  • पोथी : मारग ,
  • सिरजक : चंद्रप्रकाश देवल ,
  • प्रकाशक : देवल प्रकासन, गोटीपा
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