कद आवैगी

कुळ धरियाणी?

बळितौ बी छै

चूल्हो बी

हांढी बी छै

अर कुडों बी...

चमची छानमुन छै

सेळी-सेळी फूकणी

लीली स्याग

बंधी-बंधाई

बाट न्हाळती

बतळारी छै

चून सूं...

बाळक बेटी

न्हाळ री छै बाट

टकटकी लगा'र

पेट करर्यो छै

कुरळाटा!

झूठयाई मन

समझावै छै

खाली कटोरो सामै

मेल'र

पाणी में डबो-डबो'र

आंगळियां

कद बावड़ैगी

जामण म्हारी

पैला को काम धन्धो कर'र

म्हारै ताईं दो रोटी

जुगाड़ ले'र

बाट न्हाळती आंख्यां

बैठी छै

दरवाजा के बीचों-बींच

देळ के पै'ली पार

गरयाळा ताईं..!

स्रोत
  • सिरजक : मंजू किशोर 'रश्मि' ,
  • प्रकाशक : कवि रै हाथां चुणियोड़ी
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