उजाड़ में ऊभै

ठूंठ रै ठोला ठरका

जद कदै दीठै

मुळकती कूंपळ कोई

आस्था रा सुर

गाढा हुय जावै

जीणौ जरूरी लखावै !

स्रोत
  • पोथी : अंवेर ,
  • सिरजक : सांवर दइया ,
  • संपादक : पारस अरोड़ा ,
  • प्रकाशक : राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी
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