जूनौ कोस
नूवौ कोस
लोक परंपरा
ई-पुस्तक
महोत्सव
Quick Links
जूनौ कोस
नूवौ कोस
लोक परंपरा
ई-पुस्तक
महोत्सव
साइट: परिचय
संस्थापक: परिचय
अंजस सोशल मीडिया
कबूतर नै कुवो ही दीखै
लोक परंपरा
Favourite
Share
Share
कबूतर
नै
कुवो
ही
दीखै।
कबूतर
को
कुआ
ही
दिखलाई
पड़ता
है।
गरीब
अपनी
रक्षार्थ
शरणदाता
के
पास
जाता
है।
जुड़्योड़ा विसै
लोक-परंपरा
आखर सूं आखर
कैवत