सबदां री शमशीर परखजै

कुण कायर कुण वीर परखजै

आस भरोसे डूबा अधबिच

रांझा साथै हीर परखजै

थारा था सूं घात करैला

छूटां पैली तीर परखजै

हिवड़ै पळती प्रीत पुरबली

नैणां ढळतौ नीर परखजै

अपणायत रौ अमल अनोखो

सोपी अर कंडीर परखजै

तन ऊपर रेसमिया तागा

मनड़ौ लीरा लीर परखजै

बखत प्रमाणै जाणौं सबने

जस हंदी जागीर परखजै

भेख देख भरम नहीं भागै

पीरां मांही पीर परखजै

पांख खोलियां पैला पंछी

पगां पड़ी जंजीर परखजै

स्रोत
  • सिरजक : रतन सिंह चांपावत ,
  • प्रकाशक : कवि रै हाथां चुणियोड़ी
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