जाग जाग लाडेसर जाग!

मा रो काज संवारण जाग

मन्नै जाण जनम री दाता

मातभोम बस असली माता

सारो काज संवारण जाग

जाग जाग लाडेसर जाग!

सजळ नैण तेरी माय खड़ी है

दुख री बेड़ी पांव पड़ी है

तैं पर उण री आस अड़ी है

मा रो दु:ख हटावण जाग

जाग जाग लाडेसर जाग!

स्रोत
  • पोथी : बाळसाद ,
  • सिरजक : चन्द्रसिंह ,
  • प्रकाशक : चांद जळेरी प्रकासन, जयपुर
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