टीकी गौरां बाईसा ने सोवे

ईसर जी मुलावै टीकी

लुमा झुमां टीकी

कानां फूलां टीकी

हरियौ नगीनौ

टीकी सुन्दर बाईसा ने सोवे

जोरावर सिंग सा मुलावै टीकी

लुमा झुमां टीकी

कानां फूलां टीकी

हरियौ नगीनौ

टीकी सुगन बाईसा ने सोवे

श्याम सिंग सा मुलावै सा राज

लुमा झुमां टीकी

कानां फूलां टीकी

हरियौ नगीनौ ओ...

यह बिन्दी गौरो बाईसा को शोभा देगी

ईसर जी मोल कर रहे हैं बिन्दी का

यह बिन्दी बड़ी सुन्दर है

कानों में पुष्प और माथे पर बिन्दी शोभा देगी

इस बिन्दी पर हरे रंग का नगीना है

यह बिन्दी सुन्दर बाईसा को शोभा देगी

जोरावर सिंह जी मोल कर रहे हैं बिन्दी का

यह बिन्दी बड़ी सुन्दर है

कानों में पुष्प और माथे पर बिन्दी शोभा देगी

इस बिन्दी पर हरे रंग का नगीना है

यह बिन्दी सुगन बाईसा को शोभा देगी

श्याम सिंह जी मोल कर रहे हैं बिन्दी का

यह बिन्दी बड़ी सुन्दर है

कानों में पुष्प और माथे पर बिन्दी शोभा देगी

इस बिन्दी पर हरे रंग का नगीना है

स्रोत
  • पोथी : गणगौर के लोक-गीत ,
  • संपादक : महीपाल सिंह राठौड़ ,
  • प्रकाशक : सुधन प्रकाशन, जोधपुर ,
  • संस्करण : 1
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