गोर ये गणगोर माता खोल किवाड़ी,

बायर ऊबी थानै पूजण वाली।

पूजो ये पूजन्ता वाली, कांई-कांई मांगो?

कान कंवर सो वीरो मांगा, राई सी भौजाई।

जमवर जामी बाबल मांगा, राता देई मायड़।

बड़ो दुमालिक काको मांगा, चूड़ला वाली काकी।

फूस उडावण फूफो मांगा, कूड़ो धोवण भूवा।

काजल्यो बहनोई माँगा, सदा सुहागण बहनां।

स्रोत
  • पोथी : राजस्थानी लोकगीत ,
  • संपादक : पुरुषोत्तमलाल मेनारिया ,
  • प्रकाशक : चिन्मय प्रकाशन
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