Anjas

पोथियां

'अंजस ई-पुस्तक' राजस्थानी साहित्य, कला अर लोक परिसर रौ टाळवौ पोथी संग्रै है। जमांनौ तकनीक रै साथै चालै है— इण बात नै सोचता थकां अठै प्रस्तुत है बगत मुजब, हर विधा री राजस्थानी पोथियां।

अक्षय सिंह रतनू
अक्षयराज सिंह झाला
अगरचन्द नाहटा
अेन. गोपि

अेन. गोपि

  • 1 पोथी
अन्नाराम ‘सुदामा'

अन्नाराम ‘सुदामा'

भासा-सिल्प सारु न्यारी ठौड़ राखणिया सिरैनांव कवि-कहाणीकार-उपन्यासकार। 'मेवे रा रूंख' पोथी माथे केन्द्रीय साहित्य अकादमी पुरस्कार।

अननोन ऑथर

अननोन ऑथर

  • 5 पोथी
अनुश्री राठौड़

अनुश्री राठौड़

नूवी पीढ़ी री कवयित्री।

अनिल जोशी

अनिल जोशी

  • 1 पोथी
अब्दुल वहीद कमल
अब्दुल समद ‘राही’

अब्दुल समद ‘राही’

चावा कवि-उल्थाकर।

अमृता प्रीतम

अमृता प्रीतम

  • 1919-2005
  • 1 पोथी
अम्बू शर्मा
अमर सिंह राजपुरोहित

अमर सिंह राजपुरोहित

चावा कवि-गीतकार।

अमरनाथ कश्यप
अमोलकचन्द जांगिड़

अमोलकचन्द जांगिड़

शेखावाटी रा चावा कहाणीकार।

अर्जुन देव चारण

अर्जुन देव चारण

ख्यात कवि-आलोचक-नाटककार अर रंग निर्देसक। 'घर तौ नाम है अेक भरोसै रौ' माथै बिहारी पुरस्कार।

अर्जुन सिंह उज्ज्वल
अर्जुनसिंह शेखावत

अर्जुनसिंह शेखावत

नांमी साहित्यकार-अनुवादक। ‘भाकर रा भौमिया’ चर्चित पोथी।

अरुण कमल

अरुण कमल

  • 1 पोथी
अरविंद सिंह आशिया
अशोक जोशी ‘क्रांत’

अशोक जोशी ‘क्रांत’

चावा कवि-कहाणीकार।

अस्त अली खां मलकांण

अस्त अली खां मलकांण

सुपरिचित कवि।

  • 1 पोथी
असद अली ‘असद’

असद अली ‘असद’

राजस्थानी, हिन्दी, उर्दू मांय लेखन। पत्र-पत्रिकावां मांय रचनावां छपी।

आईदान सिंह भाटी

आईदान सिंह भाटी

चावा कवि। कवितावां में लोकधर्मिता सारु राजस्थानी कविता जातरा में न्यारी ठौड़।

आचार्य सरयूप्रसाद द्विवेदी
आनजू बानू

आनजू बानू

  • 1 पोथी
आनंद कौर व्यास
आनन्द वि. आचार्य
आशारानी लखोटिया

आशारानी लखोटिया

इण सदी री कवयित्री।

  • 1 पोथी
इक़बाल हुसैन
इन्द्र प्रकाश श्रीमाली
ई-स्तेपानोवा
ईसरदास बारहठ

ईसरदास बारहठ

'ईसरा-परमेसरा' रे विरुद सूं विख्यात। डिंगल रा सिरै भगत कवियों में पैलो नांव। 'देवियाण', 'हरिरस', 'निंदा-स्तुति', 'गुण भागवत हंस' जिसी ठावकी भगतिपरक रचनावां सागै ही 'हालां-झालां रा कुंडलिया' जिसी ऊंचे दरजे री वीर रस री रचना रा भी सिरजक।

उदयवीर शर्मा

उदयवीर शर्मा

नांमी शिक्षाविद–साहित्यकार।

उदयवीर शर्मा
ऊमरदान लालस

ऊमरदान लालस

राजस्थानी रा पैला जनकवि। रचनावां में सामाजिक व्यंग्य रै साथै साहित्यिकता, ऐतिहासिकता अर आध्यात्मिकता रो त्रिवेणी संगम निंगै आवै। पाखंड, कुरीतियों अर नशै माथै चोट करता थका जन जागरण रो उद्घोष करियो। दयानंद सरस्वती सूं प्रभावित।

ऋतुप्रिया

ऋतुप्रिया

साहित्य अकादमी रै युवा पुरस्कार सूं आदरीज्योड़ी नवी पीढ़ी री रचनाकार।

एम.बी विनेश
एस.आर.टेलर
ओ. पी. शर्मा 'सारथी'