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साइट: परिचय
संस्थापक: परिचय
अंजस सोशल मीडिया
गुरु द्रोही जो आतम
परशुराम
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गुरु
द्रोही
जो
आतम,
सो
मम
द्रोही
जान।
परसा
जो
गुरु
भक्त
है,
सो
मम
भक्त
पिछान॥
स्रोत
पोथी
: राजस्थानी भाषा और साहित्य
,
सिरजक
: परशुराम
,
संपादक
: मोतीलाल मेनारिया
,
प्रकाशक
: राजस्थानी ग्रन्थागार, जोधपुर
,
संस्करण
: 6th
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