जूनौ कोस
नूवौ कोस
लोक परंपरा
ई-पुस्तक
महोत्सव
Quick Links
जूनौ कोस
नूवौ कोस
लोक परंपरा
ई-पुस्तक
महोत्सव
साइट: परिचय
संस्थापक: परिचय
अंजस सोशल मीडिया
गुरुवदन ते रामदास
रामदास जी
Favourite
Share
Share
गुरुवदन
ते
रामदास,
मिट
जाए
आल-जंजाल।
गुरु
मिलावै
राम
कू,
आठ
पहौर
मतवाल॥
स्रोत
पोथी
: श्री रामदास जी की बाणी
,
सिरजक
: रामदास जी
,
संपादक
: रामप्रसाद दाधीच 'प्रसाद ' , हरिदास शास्त्री
,
प्रकाशक
: श्रीमदाद्य रामस्नेही साहित्य शोध - प्रतिष्ठान, प्रधान पीठ,खेड़ापा जोधपुर
,
संस्करण
: प्रथम
जुड़्योड़ा विसै
रामस्नेही सम्प्रदाय
गुरु
निर्गुण भक्ति काव्य