आतां देख उंतावळी हिवड़ै हुयो हुळास।
सिर पर सूकी जावतां छुटी जीवण-आस॥
भावार्थ:- तुम्हें द्रुतगति से आती देख हृदय में हुलास हुआ, पर सिर पर से सूखी ही जाते समय जीवन की आशा छूट रही है।