चूण लेण रै चाव में चिड़िया खोलै चांच।
भीतर सारो भूंजवै लूआं अकरी आंच॥
भावार्थ:- चुग्गे के चाव में चिड़ियों के नन्हें-नन्हें बच्चे चोंच खोलते हैं पर इतने ही में लू की तेज लपट आकर उनके कलेजे तक को जला डालती है और उनकी चोंचें खुली ही रह जाती है।